सूट-बूट वालों से बिहार को बचाना चाहते हैं: राहुल

राहुल की चंपारण रैली

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बिहार विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस की रैली में चंपारण से राहुल गांधी मोदी सरकार पर जमकर बरसे.

बिहार में अपनी पहली चुनावी रैली में राहुल गांधी ने बार-बार मोदी सरकार और भाजपा को निशाना बनाया और उसे एक बार फिर सूट-बूट वाली सरकार कहा.

राहुल ने कहा कि कांग्रेस ने बिहार में गठबंधन इसलिए किया क्योंकि पार्टी कमज़ोर लोगों की रक्षा करना चाहती है.

उनका कहना था, “हम सूट-बूट वालों से बिहार को बचाना चाहते हैं.”

राहुल ने सभा में लोगों को एक चुटकुला भी सुनाया, सुनने के लिए यहां क्लिक करें.

रैली में राहुल ने ज़मीन अधिग्रहण का मुद्दा भी उठाया और बोले, “अगर भाजपा की सरकार बनी तो दिल्ली और गुजरात से आपके यहाँ लोग आएँगे और कहेंगे हमें ये ज़मीन अच्छी लगी और हमें चाहिए. लेकिन अगर आप दूसरे प्रदेशों में जाओगे तो आपसे कहा जाएगा आप यहाँ की भाषा नहीं बोलते आप वापस जाओ.”

राहुल ने कहा कि मोदी जी को किसानों से पूछना चाहिए कि ज़मीन अधिग्रहण बिल आना चाहिए या नहीं.

उन्होंने इल्ज़ाम लगाया कि मोदी के सूट-बूट वाले दोस्त किसानों की ज़मीन लेना चाहते हैं. लेकिन किसान नहीं चाहते कि ये बिल आए.

नहीं आए लालू

राहुल ने अपने भाषण में लोगों के लिए रोज़गार मुहैया कराने का वादा भी किया.

भाजपा को निशाना बनाते हुए राहुल बोले, “ये लोग सिर्फ़ एक धर्म को दूसरे धर्म से लड़ाने की कोशिश करते हैं. इनकी बातों में मत आइएगा.”

ये बिहार में राहुल की पहली चुनावी रैली थी लेकिन इसमें कांग्रेस की सहयोगी पार्टियों राष्ट्रीय जनता दल और जनता दल यूनाइटेड के बड़े नेता शामिल नहीं हुए.

राजद की ओर से लालू यादव की जगह उनके बेटे तेजस्वी यादव ज़रूर मौजूद रहे. लालू यादव की ग़ैर मौजदूगी को राजनीतिक गलियारों में लालू और राहुल के बीच असहजता और दूरी के रूप में देखा जा रहा है.

'वादों का क्या हुआ'

अपने भाषण में राहुल बोले ''सूट-बूट वाले लोग उन लोगों से बात नहीं करते जो ख़ून-पसीना बहाते हैं, किसान हैं और ख़ेती करते है, वे साफ-सफाई करने वालों से बात नहीें करते, वे उन युवाओं से भी बात नहीं करते जो नौकरी की तलाश में बिहार से बाहर जाते हैं.''

राहुल गांधी ने कहा मोदी जी पहले चायवाले थे, वे अब 15 लाख का सूट पहनते हैं.

उन्होंने मोदी को 'फेंकू' कहते हुए पूछा कि उनके महंगाई कम करने, 15 लाख रुपये देने का, रोज़गार देने के वादे का क्या हुआ.

राहुल ने मोदी को चंपारण में शुगर मिल स्थापित करने के चुनाव से पहले के वादे की भी याद दिलाई.

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