'लाउडस्पीकर से घोषणा हुई कुछ लोग गोमांस खा रहे हैं'

अख़लाक़ अहमद

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दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा के दादरी इलाक़े में बीफ़ खाने के शक में एक व्यक्ति की हत्या के मामले में एक चश्मदीद ने कहा है कि इसके लिए मंदिर में पहले घोषणा की गई थी.

घटनास्थल पर पहुंचे बीबीसी संवाददाता सलमान रावी ने पीड़ित के परिजनों के अलावा इस चश्मदीद से बात की.

मारे जाने वाले अख़लाक़ के परिचित पंकज कुमार ने पूरी घटना की जानकारी देते हुए कहा, ''मैंने मंदिर के लाउडस्पीकर से ऐलान करते हुए सुना कि एक घर में कुछ लोग गोमांस खा रहे हैं. मेरा घर मंदिर से सटा हुआ है. लेकिन जब तक मैं बाहर आया मुझे पता चला कि भीड़ ने अख़लाक़ के घर पर हमला कर दिया है.''

उधर अख़लाक़ की मां असग़री का कहना है कि हर तरफ़ से लोग आ रहे थे.

'सुनने को तैयार नहीं'

अख़लाक़ अहमद का परिवार सदमे में हैं.
इमेज कैप्शन, अख़लाक़ अहमद का परिवार सदमे में हैं.

असग़री का कहना था, ''वो भारी संख्या में थे. हमने उन लोगों से कहा कि हमारे पास बीफ़ नहीं है. फ़्रिज में बकरे का गोश्त रखा है. लेकिन वे सुनने के लिए तैयार नहीं थे. उन्होंने हम लोगों को बाहर निकाला और हम सभी पर हमला कर दिया.''

अख़लाफ़ के चचेरे भाई शहाबुद्दीन ने कहा कि भीड़ में ऐसे कई लोग थे जिन्हें परिवार पहचानता है.

शहाबु्द्दीन कहते हैं, ''उनमें से कई पास में ही रहते हैं. अब हम भला किसी पर कैसे विश्वास करेंगे.''

दादरी इलाक़े में बीफ़ खाने के संदेह में 50 वर्षीय अख़लाक़ अहमद की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई, जबकि उनका बेटा अस्पताल में भर्ती है.

घायल है बेटा

नोएडा पुलिस के प्रवक्ता के मुताबिक़ बिसराड़ा गाँव में ऐसी अफ़वाह फैल गई थी कि कुछ लोग गोमांस खा रहे हैं.

इसके बाद उत्तेजित भीड़ ने अख़लाक़ अहमद के घर पर धावा बोल दिया.

इस हमले में अख़लाक़ अहमद की मौक़े पर ही मौत हो गई, जबकि उनके 22 वर्षीय बेटे को घायल हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

पुलिस ने इस मामले में 10 लोगों के ख़िलाफ़ हत्या का मामला दर्ज किया है. इनमें से छह लोगों को गिरफ़्तार कर लिया गया है.

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