हम डरने वाले नहीं हैं: सोनिया गांधी

सोनिया गांधी, राहुल गांधी

इमेज स्रोत, Reuters

नेशनल हेराल्ड मामले में दिल्ली की पटियाला हाउस अदालत ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को ज़मानत दे दी है.

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, अदालत ने दोनों को 50-50 हज़ार के निजी मुचलके पर ज़मानत दी है.

इस मामले में याचिका दायर करने वाले भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने दोनों को ज़मानत दिए जाने का अदालत में विरोध किया.

सोनिया गांधी, राहुल गांधी

इमेज स्रोत, Reuters

अदालत में सोनिया गांधी और राहुल गांधी की पैरवी करने वाले वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने संवाददाताओं को बताया, ''अदालत ने दोनों पर किसी तरह की शर्त नहीं लगाई है और इस मामले में अगली सुनवाई 20 फरवरी को 2 बजे होगी.''

अदालत में मौजूद रहे कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने संवाददाताओं को बताया, ''इस मामले में अदालत ने सैम पित्रोदा के अलावा सभी को ज़मानत दे दी है. सैम पित्रोदा किसी ऑपरेशन की वजह के अदालत में पेश नहीं हो सके. अदालत ने उन्हें बाद में पेश होने की इजाज़त दी है.''

मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी

इमेज स्रोत, AFP GETTY

ज़मानत के बाद कांग्रेस मुख्यालय पहुंचकर सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा, ''केंद्र सरकार अपने विरोधियों को निशाना बना रही है, लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं और हमारी लड़ाई जारी रहेगी.''

वहीं राहुल गांधी ने कहा, ''मोदी जी झूठे इल्ज़ाम लगवाते हैं और सोचते हैं कि विपक्ष झुक जाएगा. मैं और कांग्रेस पार्टी नहीं झुकेंगे. हम एक इंच पीछे नहीं जाएंगे.'''

अदालत ने नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बेटे राहुल गांधी के अलावा पार्टी कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा, पार्टी महासचिव ऑस्कर फ़र्नाडीज़, पत्रकार सुमन दुबे और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के करीबी सहयोगी रहे सैम पित्रोदा को भी तलब किया था.

सुब्रमण्यम स्वामी

इमेज स्रोत, PTI

सुब्रमण्यम स्वामी का आरोप है कि नेशनल हेराल्ड अख़बार का प्रकाशन करने वाली कंपनी एसोसिएटेड जर्नल की संपत्ति लेने के लिए कांग्रेस पार्टी ने 90 करोड़ रुपए कर्ज़ के तौर पर दिए थे जो ग़ैरक़ानूनी है.

कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी ने ये भी कहा कि सुब्रमण्यम स्वामी ने इस मामले में अभियुक्तों के विदेश जाने पर रोक लगाने की मांग की थी जिसे अदालत ने नामंज़ूर कर दिया.

कांग्रेस इस पूरे मामले को राजनीति से प्रेरित बताती रही है, वहीं भारतीय जनता पार्टी इसमें अपनी किसी भूमिका से इंकार करती रही है.

सुब्रमण्यम स्वामी ने दावा किया है कि कांग्रेस ने अपने नेताओं के लिए पेशी से छूट की मांग की थी लेकिन अदालत ने उससे इंकार कर दिया. वहीं कांग्रेस का कहना है कि उसने अपने नेताओं के लिए किसी तरह की छूट नहीं मांगी थी.

इस बाबत सवाल पूछे जाने पर कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, ''सुब्रमण्यम स्वामी झूठ बोल रहे हैं. वे तथ्यों को ग़लत बता रहे हैं.''

नरेंद्र मोदी

इमेज स्रोत, PTI

जब मामला अदालती है तो राहुल और सोनिया गांधी, मोदी सरकार पर इल्ज़ाम क्यों लगा रहे हैं, इस सवाल पर सिंघवी ने कहा, ''इस मामले के दो पहलू हैं. एक क़ानूनी जो हम अदालत में लड़ रहे हैं और दूसरा राजनीतिक पहलू है क्योंकि स्वामी भाजपा के एक बड़े नेता हैं.''

सिंघवी ने ये भी कहा कि कांग्रेस का कोई बड़ा नेता अगर कल मोदी के खिलाफ़ केस करता है तो इसे क्या समझा जाएगा.

(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए यहां क्लिक करें. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं.)