सीमा पार से फायरिंग, भारत पाक के दावे

  • रियाज़ मसरूर
  • बीबीसी संवाददाता, श्रीनगर
पाकिस्तानी सैनिक

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भारत प्रशासित जम्मू-कश्मीर से शुक्रवार सुबह-सुबह ही ख़बर आई कि पाकिस्तान की तरफ़ से हुई गोलाबारी में चार लोगों की मौत हो गई है और दर्जन भर से ज़्यादा गंभीर रूप से घायल हो गए हैं.

कुछ ही देर बाद पाकिस्तानी फौज के प्रवक्ता ने कहा कि सियालकोट सेक्टर की वर्किंग बाउंडरी पर भारत की तरफ़ से हुई फ़ायरिंग में छह आम शहरियों की मौत हो गई है.

भारतीय अधिकारियों के अनुसार जम्मू के आरएस पुरा के अब्दुलियाँ और अरनिया सेक्टर में पाकिस्तानी रेंजरों ने भारी गोलाबारी की जिसकी वजह से तीन लोगों की मौतें हुईं.

पाकिस्तानी सेना ने 46 लोगों के घायल होने की बात भी कही है.

जम्मू के वरिष्ठ अधिकारी डॉ पवन कोटवाल ने बीबीसी को बताया कि दो गंभीर रूप से घायलों को इलाज के लिए जम्मू के अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

उन्होंने बीबीसी को बताया, "तीन लोगों की अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मृत्यु हो गई. वहीं एक आदमी की मौत बाद में अस्पताल में हुई."

गंभीर स्थिति के लिए तैयार

पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर

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कोटवाल ने कहा कि अभी आरएस पुरा में फिलहाल गोलाबारी रुकी हुई है लेकिन हम किसी भी स्थिति के लिए निपटने के लिए अपने जवानों और मशीनरी को तैयार कर रहे हैं.

आरएस पुरा में भारत के स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को भी सीमापार से भारी गोलाबारी हुई थी. जिसमें कम से कम 5 लोगों की मौत हो गई थी.

आरएस पुरा सीमापार गोलाबारी से सबसे ज़्यादा प्रभावित इलाका है. पिछले साल हुई गोलाबारी के बाद यहाँ के हज़ारों ग्रामीण पलायन के लिए मजबूर हो गए थे.

सीमापर पर उपजे तनाव के कारण भारत और पाकिस्तान के बीच वार्ता रुक गई है.

पिछले रविवार को दोनों देशों के बीच होने वाली शांति वार्ता रद्द हो गई थी.

भारत ने शर्त रखी थी कि बातचीत तभी होगी जब पाकिस्तान कश्मीर को मुद्दे को नहीं उठाएगा.

जिसके बाद पाकिस्तान ने इस शर्त के साथ वार्ता में शामिल होने से इनकार कर दिया था.

युद्ध जैसी स्थिति

कश्मीर

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डॉ कोटवाल का कहना है कि ताज़ा गोलाबारी से युद्ध जैसी स्थिति बन सकती है. उन्होंने कहा कि अगर स्थिति ख़राब होती है तो हमने नागरिकों को सुरक्षित इलाकों में पहुँचाने की योजना बना रखी है.

भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा और दोनों देशों में बंटे कश्मीर की अस्थाई सीमा पर युद्ध विराम की समझौता है. हालांकि दोनों देश एक दूसरे पर इसके उल्लंघन का आरोप लगाते रहते हैं.

कश्मीर घाटी में चरमपंथी गतिविधियों में भी बढ़ोतरी हुई है. भारतीय अधिकारियों का कहना है कि पाकिस्तान ने भारत प्रशासित कश्मीर में हथियारबंद घुसपैठिए भेजने की अपनी पुरानी नीति पर फिर से अमल शुरू कर दिया है.

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