'सेक्युलर शब्द का दुरुपयोग बंद हो'
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि देश में 'सेक्युलर' शब्द का सबसे ज़्यादा दुरुपयोग हुआ है और इसे बंद किया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि अंग्रेज़ी के शब्द सेक्युलर का औपचारिक अनुवाद पंथनिरपेक्ष होता है, धर्मनिरपेक्ष नहीं.
राजनाथ सिंह गुरुवार को शुरू हुए संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन संविधान के प्रति प्रतिबद्धता जताने के लिए हो रही दो दिन की विशेष चर्चा शुरू कर रहे थे.
गृहमंत्री के बयान पर विपक्ष के सदस्यों ने नाराज़गी जताई है.
उन्होंने कहा कि संविधान में 42वां संशोधन कर उसकी प्रस्तावना में सेक्युलर और सोशलिस्ट शब्द डाले गए.
उन्होंने कहा कि संविधान का मसौदा तैयार करने वाले समिति के अध्यक्ष डॉक्टर भीमराव आंबेडकर इसके पक्ष में नहीं थे. इसलिए संविधान की प्रस्तावना में इन शब्दों को नहीं डाला.
केंद्रीय गृहमंत्री ने 125वीं जयंती वर्ष में डॉक्टर आंबेडकर को याद करते हुए कहा कि डॉक्टर भीमराव आंबेडकर ने उपेक्षा और अपमान सहते हुए भी भारत छोड़ने के बारे में नहीं सोचा.उन्होंने देश में ही रहने का फ़ैसला किया और देश में फैली कुरीतियां दूर करने के लिए काम किया.
राजनाथ सिंह के इस बयान को फिल्म अभिनेता आमिर ख़ान पर तंज के रूप में देखा जा रहा है.
केंद्रीय गृहमंत्री ने आमिर ख़ान का नाम लिए बिना कहा कि तमाम तरह के अपमान सहने के बाद भी डॉक्टर आंबेडकर ने कभी नहीं कहा कि वो भारत छोड़ देंगे.
आमिर ख़ान ने सोमवार को कहा था कि देश में बढ़ रही असहिष्णुता को देखते हुए उनकी पत्नी ने भारत छोड़ने का सुझाव दिया था.
उनके इस बयान की देश में सत्तारूढ़ भाजपा ने काफी आलोचना की थी. लेकिन कांग्रेस उनके समर्थन में आगे आई थी.
आमिर ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा कि उनका भारत छोड़ने का इरादा नहीं है.