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लाइव रिपोर्टिंग

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  1. जेम्स गैलहर

    स्वास्थ्य और विज्ञान संवाददाता

    कोरोना वायरस

    कोरोना के 85% मरीज़ों में तीन मुख्य लक्षणों में से कम से कम एक लक्षण देखा जाता है. कैसे बच सकते हैं कोरोना से, जानिए.

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  2. कोरोना वायरस कोविड 19 का टेस्ट

    कोविड 19 बीमारी से ठीक हुए कई मरीज़ों के ताज़ा टेस्ट पॉज़िटिव आए हैं. क्या यह वायरस दूसरों से अलग है?

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  3. कोरोना संक्रमण से जुड़े कुछ भ्रम

    सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर तरह-तरह की बातें कहीं जा रही हैं और तरह-तरह के दावे किए जा रहे हैं. मगर इन दावों में कितनी सच्चाई है? देखिए, ये वीडियो रिपोर्ट:

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  4. अफ़्रीका का हाल

    अफ़्रीका में कोरोना संक्रमण के लगभग 4,000 मामलों की पुष्टि हो चुकी है और 177 मौतें दर्ज की गई हैं. पिछले 24 घंटों में अफ़्रीकी देशों से ये ख़बरें आईं:

    -माली में संक्रमण के ख़तरे के बावजूद संसदीय चुनावों के लिए मतदान हुआ. इससे ठीक एक दिन पहले माली में कोविड-19 की वजह से पहली मौत हुई थी और विपक्षी पार्टियों ने चुनाव स्थगित किए जाने की मांग की थी.

    -महाद्वीप में सबसे ज़्यादा मामले दक्षिण अफ़्रीका में (1,187) दर्ज किए गए हैं. इथियोपिया की राजधानी अदिस अबाबा में लोगों को दूर-दूर खड़े होकर प्रार्थना करते देखा.

    -ज़िम्बाब्वे और घाना अफ़्रीका के पहले ऐसे देश बन गए हैं जिन्होंने पूर्ण या आंशिक लॉकडाउन का ऐलान किया है. ज़िम्बाब्वे में लोगों से 21 दिनों तक घरों में रहने को कहा गया और घाना के दो बड़े शहरों में लॉकडाउन लागू किया गया है.

    कोरोना संक्रमण
  5. डोनल्ड ट्रंप की प्रेस कॉन्फ़्रेंस

    अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने थोड़ी देर पहले प्रेस कॉन्फ़्रेंस की और कुछ अहम बातें कहीं:

    -सोशल डिस्टेंगिस के नियम 30 अप्रैल तक जारी रहेंगे.

    -ट्रंप ने दावा किया कि मलेरिया की दवा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन कोरोना वायरस के लिए कारगर है. न्यूयॉर्क में 1,100 मरीज़ों को ये दवा दी जा रही है. ट्रंप ने कहा, “देखते है, क्या होता है. हो सकता है हमें कुछ अद्भुत परिणाम देखने को मिलेगा.”

    - वाइट हाउस की पहल‘प्रोजेक्ट एयरब्रिज’ के जरिए अस्पतालों में ज़रूरी सामान पहुंचाने का काम तेज़ किया जाएगा. इसकी शुरुआत चीन से अमरीका आए 130,000 फ़ेस मास्क को बांटकर हो चुकी है.

    - अमरीका में कोरोना वायरस से होने वाली मौतों का ‘अगले दो हफ़्तों में’ सबसे ज़्यादा होगा.

    -एक जून से ‘अमरीका ठीक होने की राह पर वापस आएगा.’

    डोनल्ड ट्रंप
    Image caption: डोनल्ड ट्रंप
  6. संक्रमण का केंद्र वुहान अब भी लॉकडाउन में

    कोरोना वायरस संक्रमण के एपिसेंटर (केंद्र) वुहान में अब भी लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं. इस तस्वीर में देखा जा सकता है कि बैरिकेड लगाकर घरों और दुकानों के बीच दूरी बनाने की कोशिश की जा रही है.

    चीनी सरकार ने 1.1 करोड़ आबादी इस शहर को लॉकडाउन में रखा है ताकि वायरस के संक्रमण को रोका जा सके. उम्मीद जताई जा रही है लॉकडाउन आठ अप्रैल तक हटा दिया जाएगा. हालांकि लोगों के शहर में आने और शहर से बाहर जाने पर रोक तब भी लगी रहेगी.

    हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान में कोविड-19 संक्रमण के 50 हज़ार से ज़्यादा मामले आए हैं. हुबेई में संक्रमण की चपेट में आकर कम से कम 3,000 लोगोंम की मौत हुई है.

    वुहान
  7. 'यहां कोई वायरस नहीं है'

    “मुझे तो कोई वायरस उड़ता दिखाई नहीं दे रहा है.”

    बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्ज़ेंडर लुकेशेंका से जब पूछा गया कि वो अपने देश कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने की कोशिश क्यों नहीं कर रहे हैं, तो उन्होंने हंसते हुए यही जवाब दिया.

    आइस हॉकी के एक मैच के दौरान टीवी रिपोर्टर ने जब लुकेशेंका से पूछा कि वो मैच स्थगित क्यों नहीं कर रहे हैं, तो उन्होंने कहा कि मैच से कोई दिक़्कत नहीं है क्योंकि स्टेडियम की ठंड वायरस को फैलने से रोकेगी.

    लुकेशेंका ने कहा, “यहां कोई वायरस नहीं है. आपने उन्हें उड़ते हुए नहीं देखा, है ना? मैंने भी नहीं देखा. देखिए, यहां बर्फ है. ये वायरस का मारने का सबसे अच्छा तरीका है.”

    बाकी यूरोपीय देशों के उलट बेलारूस ने किसी स्पोर्ट्स टूर्नामेंट को स्थगित नहीं किया है.

    बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्ज़ेंडर लुकेशेंका
    Image caption: बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्ज़ेंडर लुकेशेंका
  8. इस बीच दुनिया में क्या-क्या हुआ

    ब्रिटेन में पिछले 24 घंटे में 209 नए मामले सामने आए. अब तक 1,228 लोगों की मौत. ब्रिटेन के डिप्टी चीफ़ मेडिकल ऑफ़िसर डॉक्टर जेनी हैरिस ने कहा है कि स्थिति सामान्य होने में छह महीने का वक़्त लग सकता है.

    अमरीका के वरिष्ठ संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉक्टरी एंथनी फ़ॉची ने चेताया है कि हालात अभी और ख़राब हो सकते हैं और 100,000-200,000 लोगों की मौत हो सकती है.

    स्पेन में पिछले 24 घंटे में 838 मौतें दर्ज की गईं. ये वहां एक दिन में हुई मौतों की सबसे ज़्यादा संख्या है. स्पेन में अब तक 6,528 लोगों की मौत हो चुकी है.

    दक्षिण कोरिया ने कहा है कि विदेशों से आने वाले सभी लोगों को 14 दिनों के लिए अनिवार्य रूप से क्वरंटीन में रखा जाएगा. ये नियम एक अप्रैल से लागू होगा.

    ऑस्ट्रेलिया ने संक्रमण के बढ़ते ख़तरों को ध्यान में रखते हुए सभी आउटडोर जिम और खेल के मैदान बंद करने का फ़ैसला किया है. सोमवार से वहां सार्वजनिक जगहों पर दो से ज़्यादा लोग एकसाथ इकट्ठे नहीं हो सकेंगे.

  9. 'लोग तो मरेंगे, आई एम सॉरी'

    एक तरफ़ दुनिया कोरोना वायरस पैन्डेमिक से जूझ रही है तो दूसरी तरफ़ ब्राज़ील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो इसे कमतर आंक रहे हैं. कुछ दिनों पहले ही उन्होंने साफ़ कहा था कि उनकी प्राथमिकता अर्थव्यवस्था है, मरते हुए लोग नहीं.

    उन्होंने कहा था, “लोग तो मरेंगे ही. आई एम सॉरी. लेकिन हम एक्सिडेंट होने पर कार फ़ैक्ट्री तो बंद नहीं कर सकते.”

    ब्राज़ील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो
    Image caption: ब्राज़ील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो
  10. मज़दूरों का दर्द सुनेगा सुप्रीम कोर्ट

    कोरोना लॉकडाउन की वजह से प्रवासी मज़दूरों की मुसीबतों से जुड़ी याचिका पर सोमवार को सुनवाई करेगा भारतीय सुप्रीम कोर्ट. लॉकडाउन के बाद शहरों में रोजी-रोटी कमाने आए मज़दूरों को पैदल ही घर लौटना पड़ रहा है. इन्हें न तो पर्याप्त खाना-पानी मिल रहा है और न ही ज़रूरी सुरक्षा.

    प्रवासी मज़दूर
    Image caption: अपनी बच्ची को कंधे पर लिए पैदल जाता एक मज़दूर
  11. सीरिया में कोरोना से पहली मौत

    सीरिया की मीडिया के अनुसार वहां कोरोना वायरस से मौत का पहला मामला सामने आया है.

    विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी थी कि युद्ध की वजह से जीर्ण पड़ी सीरियाई स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए कोविड-19 संक्रमण से निबटना एक चुनौता होगा. सीरिया में अभी सिर्फ़ 62 फ़ीसदी अस्पताल ही ठीकठाक हालत में हैं.

  12. कोरोना: भारत में 1024 पॉज़िटिव मामले, 27 लोगों की मौत

    पिछले कुछ घंटों में भारत का हाल

    -स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में कोरोना संक्रमण के 1024 मामले. मौतों का आंकड़ा 27 पहुंचा.

    -पंजाब में कोरोना की वजह से दूसरी मौत. अमृतसर में 62 वर्षीय व्यक्ति की मौत. (PTI)

    -दिल्ली में कोरोना संक्रमण के 23 नए मामले. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार कुल 72 मामले हुए. (PTI)

    कोरोना संक्रमण
  13. कोरोना: आर्थिक संकट से परेशान जर्मन मंत्री ने आत्महत्या की

    जर्मनी के हेस्स राज्य के वित्त मंत्री टॉमस शेफ़र ने ख़ुदकुशी कर ली है. पुलिस के मुताबिक़ 54 वर्षीय शेफ़र को शनिवार की सुबह फ़्रैंकफ़र्ट के पास एक रेलवे लाइन पर मृत पाया गया.

    पुलिस ने अपने एक बयान में कहा है, “जांचकर्ताओं का अनुमान है कि मंत्री की आत्महत्या के पीछे मौजूदा मुश्किल हालात हैं.”

    जर्मन मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार टॉमस शेफ़र ने इसी हफ़्ते कोरोना संक्रमण से प्रभावित लोगों के लिए आर्थिक मदद का ऐलान किया था.

    हेस्स राज्य के प्रमुख फ़ोल्कर बफ़ियर ने एक वीडियो संदेश में बताया है कि शेफ़र कोरोना पैन्डेमिक की वजह से उपजी वित्तीय चुनौतियों का सामना कर रहे थे.

  14. क्या लॉकडाउन का पालन करवाने में नाकाम साबित हो रही है असम सरकार?

    कोरोना
    Image caption: लॉकडाउन के दौरान गुवाहाटी का फ़ैंसी बाज़ार

    दिलीप कुमार शर्मा

    गुवाहाटी से बीबीसी हिंदी के लिए

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार लोगों से लॉकडाउन के दौरान घरों में रहने और लक्ष्मण रेखा का पालन करने की अपील कर रहे हैं. लेकिन असम में गुवाहाटी समेत कई शहरों में दिन के समय जिस कदर लोगों को बाहर देखा जा रहा है उससे मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल और उनके शीर्ष अधिकारी बेहद परेशान है.

    हालांकि अबतक असम में कोराना वायरस से संक्रमित होने का एक भी मामला सामने नहीं आया है लेकिन राज्य सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर की जा रही स्वास्थ्य संबंधित तैयारियों से आने वाले समय की मुश्किलों का अंदाजा जरूर लगाया जा सकता है.

    देश भर में 21 दिनों के लॉकडाउन को महज चार दिन हुए है लेकिन असम में कई जगहों पर लोग सरकारी आदेशों की धज्जियां उड़ा रहें है. आलम यह है कि असम के बोंगाईगांव में शनिवार को एक सब्जी बाजार में जुटी भीड़ को जब पुलिस ने वहां से हटने को कहा तो कुछ लोगों ने पुलिस पर ही पथराव कर दिया.

    ऐसे में स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को हवा में फायर करना पड़ा. इस घटना में पुलिस का एक जवान घायल हो गया. वहीं ऐसी ही एक घटना बांग्लादेश बार्डर से सटे धुबड़ी शहर से भी सामने आई, जहां घरों में रहने के आदेश का पालन करा रहीं पुलिस पर कुछ लोगों की भीड़ ने हमला कर दिया.

    असम पुलिस के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) जीपी सिंह ने एक ट्वीट कर 28 मार्च तक की जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस ने लॉकडाउन का पालन नहीं कर रहें लोगों के खिलाफ 241 मामले दर्ज किए हैं. इसके अलावा 53 चार पहिया वाहन और 338 दो पहिया वाहन जब्त किए है.

    लॉकडाउन के आदेशों का उल्लंघन करने वाले लोगों से पुलिस ने 1 लाख 99 हजार रुपये बतौर फाइन कलेक्ट की है. जबकि कई लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है.

    कोरोना वायरस के प्रकोप से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों का जायजा लेने के लिए असम के कई जिलों का दौरा कर रहें मुख्यमंत्री सोनोवाल ने पत्रकारों से कहा, "मैं अपने सुरक्षाकर्मियों पर पथराव की खबरों से आहत हूँ, जो कुछ स्थानों पर लोगों की सुरक्षा के लिए 21 दिन के लॉकडाउन को लागू कर रहे थे. मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि वे हमारे सुरक्षा बलों के साथ सहयोग करें और सामाजिक दूरी बनाए रखें."

    केंद्रीय रेलवे मंत्री पीयूष गोयल ने हाल ही में भारतीय रेलवे द्वारा एक ट्रेन कोच को एक आइसोलेशन वार्ड में बदलने की जानकारी दी थी जिसमें 9 मरीजों को रखने की पूरी व्यवस्था की गई है.

    भारतीय रेल की एक जानकारी के अनुसार असम के कामाख्या स्टेशन पर चिकित्सा सुविधाओं के साथ तैयार ट्रेन के कोच में आइसोलेशन वार्ड का प्रोटोटाइप तैयार किया गया है. प्रत्येक गैर-एसी कोच में 9 डिब्बे है जिसमें 4 शौचालय बनाए गए हैं. जबकि 2 डिब्बे को बाथरूम में तबदील किया गया है.

    प्रत्येक कोच में छह बर्थ के साथ दस केबिन उपलब्ध होंगे और मरीजों और चिकित्सा कर्मचारियों के लिए अलग केबिन की व्यवस्था की गई है. हालांकि एक डिब्बे को स्वास्थ्य कर्मियों के लिए 'नर्सिंग स्टेशन' के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा.

    वहीं, कोरोना वायरस से लड़ने के लिए गुवाहाटी स्थित सरुसजाई स्टेडियम में सभी सुविधाओं के साथ करीब एक हजार लोगों के लिए क्वरंटीन सेंटर बनाया गया है.

    कोरोना वायरस
    कोरोना वायरस
    कोरोना वायरस
    कोरोना
  15. 1,00,000-2,00,000 अमरीकी मर सकते हैं: डॉ. फ़ॉची

    अमरीकी सरकार के वरिष्ठ संक्रामक रोग विशेषज्ञ का कहना है कि कोरोना वायरस के कारण एक लाख से दो लाख अमरीकी तक मर सकते हैं.

    नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ एलर्जी एंड इन्फ़ेक्शियस डिज़ीज़ के डायरेक्टर डॉक्टर एंथनीफ़ॉची ने सीएनएन से कहा कि अमरीका के लाखों लोग इससे संक्रमित होंगे.

    डॉक्टर फ़ॉची अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कोरोना वायरस के ख़िलाफ़ बनाई गई टास्क फ़ोर्स के प्रमुख सदस्य हैं.

  16. बिहार में कोरोना के चार नए मामलों की पुष्टि

    समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़ बिहार में कोरोना वायरस से संक्रमण के चार नए मामलों की पुष्टि हुई है.

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  17. कोरोना वायरस की मार कोलकाता के रेडलाइट इलाके सोनागाछी पर भी

    सोनागाछी

    एशिया में यौन कर्मियों के सबसे बड़े बाज़ार कोलकाता के सोनागाछी में कभी भी सन्नाटा नहीं होता था.

    लेकिन कोरोना वायरस का खतरा सामने आने के बाद यहां सन्नाटे का आलम है. क्या दिन और क्या रात...सब समान है.

    इससे यहां रहने वाली यौनकर्मियों के सामने भूखों मरने की नौबत आई है. कई यौनकर्मियां घरों के किराए तक नहीं दे पा रही हैं.

    कोलकाता में इन यौनकर्मियों के संगठन दुर्बार महिला समन्व्य समिति (डीएमएसएस) का कहना है कि पहले जहां इलाके में रोजाना 35 से 40 हजार ग्राहक आते थे वहीं अब यह तादाद घट कर पांच सौ से भी कम गई है.

    इससे देह व्यापार के जरिए रोजी-रोटी चलाने वाली महिलाओं को भारी दिक्कत हो रही है.

    इसके अलावा यहां इस पेशे की वजह से हजारों एजेंटों, रिक्शावालों और दुकानदारों की रोजी-रोटी भी चलती थी. लेकिन अब सब ठप है.

    कोरोना वायरस की मार कोलकाता के रेडलाइट इलाके सोनागाछी पर भी

    सोनागाछी

    कोलकाता के सोनागाछी इलाके में कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन का असर दिख रहा है.

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  18. कोरोना वायरस: क्या ग़रीब देशों को मिल पाएगी इसकी वैक्सीन

    वैक्सीन लैब

    कोरोना की वैक्सीन विकसित करने के लिए दुनिया भर में रिसर्च चल रही है.

    लेकिन, एक डर इस बात का भी है कि जब यह वैक्सीन तैयार हो जाएगी तब क्या गरीब मुल्कों के मरीजों को भी यह मिल पाएगी या नहीं.

    इन सवालों के जवाब भी ढूंढने होंगे कि क्या अमीर देश इसकी जमाखोरी तो नहीं कर लेंगे. मॉलिक्यूलर जेनेटिसिस्ट केट ब्रॉडरिक कोविड-19 के लिए वैक्सीन विकसित करने के एक प्रोजेक्ट पर काम कर रही है.

    दुनिया भर में इस वायरस के लिए वैक्सीन बनाने के लिए 44 प्रोजेक्ट चल रहे हैं.

    ब्रॉडरिक अमरीका की बायोटेक्नॉलॉजी कंपनी इनोवायो के शोधकर्ताओं की एक टीम में शामिल हैं. इस टीम का मकसद दिसंबर तक इस वैक्सीन की 10 लाख डोज़ तैयार करने का है.

    कोरोना वायरस: क्या ग़रीब देशों को मिल पाएगी इसकी वैक्सीन

    वैक्सीन लैब

    कोरोना वैक्सीन खोजे जाने के बाद इस बात का डर है कि कहीं ये सिर्फ अमीर देशों के पास ही उपलब्ध होकर ना रह जाए.

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  19. दक्षिण भारत में भी घर जाने को लेकर मज़दूरों की उमड़ी भीड़

    कोट्टायम
    कोट्टायम
    कोट्टायम

    केरल के कोट्टायम ज़िले के पाइप्पड में रविवार को बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और झारखंड के तकरीबन 1500 मज़दूर सड़क पर आ गए. उनकी मांग थी कि उन्हें उनके गृह राज्य वापस भेजा जाए.

    कोट्टायम के कलेक्टर सुधीर बाबू ने बीबीसी हिंदी के सहयोगी इमरान क़ुरैशी से कहा, “वो दूसरे राज्यों में लोगों के अपने घर जाने की ख़बरें देख रहे थे और वे भी ख़ुद वापस जाना चाहते थे.”

    उन्होंने कहा, “हमने उन्हें बताया कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने साफ़ कर दियाहै कि जो जहां पर है वो वहीं पर रहे इसलिए परिवहन की व्यवस्था संभव नहीं है.”

    कलेक्टर ने ऐसे 200 घरों का दौरा किया जहां प्रवासी मज़दूर रहते हैं. उन मज़दूरों ने उन्हें बताया कि वे केरल सरकार की ओर से प्रवासी मज़दूरों को दिया जा रहा पका हुआ खाना नहीं चाहते हैं जिसके बाद उन्हें वो खाद्य सामग्री दी जाएगी जो वो ख़ुद पका सकते हैं.

    कलेक्टरसुधीर बाबू ने कहा, “हमने उनसे कहा कि उन्हें सभी प्रकार की सुविधाएं दी जाएंगी लेकिन वापस जाना संभव नहीं है. हमें कुछ लोग मिले थे जो उनकी भाषा में उनसे बात कर सकते थे.”

    तो क्या समस्या समाप्त हो गई है?

    कलेक्टर ने बताया, “हां अभी के लिए तो हो गई है. हमने वॉलंटियर्स भेजे हैं जो देखेंगे कि उन्हें क्या समस्याएं हैं.”

    ज़िला प्रशासन यह भी देख रहा है कि युवा मज़दूरों को कोई भड़का तो नहीं रहा है और उनके मज़दूरी नहीं दे रहा है.

    हालांकि, एक प्रवासी मज़दूर ने एक निजी मलयाली चैनल को बताया कि उसे एक पुलिसकर्मी ने पीटा और उसे कई दिनों से खाना या पानी नहीं मिला है. उसने कहा, “मैं घर जाना चाहता हूं.”

    सेंटर फ़ॉर माइग्रेशन एंड इन्क्ल्युसिव डिवेलपमेंट के एग्ज़ियक्युटिव डायरेक्ट बेनॉय पीटर ने बीबीसी हिंदी से कहा, “कोट्टायम में प्रवासी मज़दूर अधिकतम दिहाड़ी मज़दूर हैं. उनके पास स्थाई रूप से काम करने की कोई जगह नहीं है और ठेकेदार उन्हें यहां लाते हैं. काम न होने की वजह से उनके पास सोशल मीडिया की अधिक पहुंच है. ऐसा लगता है कि उन्हें कहा गया है कि वो इसका अधिक प्रचार करेंगे, तो उन्हें वापस घर जाने की अनुमति मिल जाएगी.”

    पीटर कहते हैं, “प्रवासी मज़दूरों का गांवों की ओर वापस लौटना ग्रामीण भारत के लिए एक मुसीबत होगी क्योंकि वहां पर बहुत सी स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं हैं. तो हमने मांग की है कि पंचायत प्रवासी मज़दूरों को अनाज उपलब्ध कराएं.”

    दुर्भाग्य से केरल की सड़कों पर प्रवासी मज़दूरों के आने की यह पहली घटना है. इस राज्य में इन्हें ‘मेहमान मज़दूर’ कहा जाता है.

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  20. महाराष्ट्र में प्रवासी मज़दूरों को खाना और पानी देंगे: ठाकरे

    उद्धव ठाकरे

    महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को यह भरोसा दिलाया की राज्य सरकार सभी प्रवासी मज़दूरों के लिए खाने और पानी जैसी बुनियादी ज़रूरतें मुहैया कराएगी.

    उन्होंने कहा कि 'शिव भोजन' जो अब तक 10 रुपये में दिया जाता था, उसका दाम 1 अप्रैल से 5 रुपये कर दिया गया है.

    मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि राज्य में प्रवासी मज़दूरों को पानी और खाना देने के लिए 163 सेंटर बनाए जा चुके हैं.

    उन्होंने कहा कि राज्य उन्हें खाना देगा और उनकी सुरक्षा करेगा लेकिन उन्हें इस जगह को नहीं छोड़ना चाहिए, उन्हें संक्रमण का ख़तरा नहीं बढ़ाना चाहिए.