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लाइव रिपोर्टिंग

रिपोर्टर- भूमिका राय, चंदन शर्मा और अभिनव गोयल

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  1. बिलकिस बानो गैंगरेप केस में सभी 11 दोषियों की हुई रिहाई, गुजरात सरकार ने लिया फैसला

    बिलकिस बानो
    Image caption: बिलकिस बानो

    गुजरात के बिलकिस बानो गैंगरेप केस में उम्रकैद की सजा पाने वाले सभी 11 दोषियों को रिहा कर दिया गया है. इन्हें ये रिहाई 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस के दिन दी गई है. ये सभी गोधरा जेल में बंद थे.

    सभी 11 दोषियों को गुजरात सरकार की माफी योजना के तहत रिहाई दी गई है. 2002 के गुजरात दंगों के दौरान अहमदाबाद के पास रणधी कपूर गांव में एक भीड़ ने बिलक़ीस बानो के परिवार पर हमला किया था.

    इस दौरान पांच महीने की गर्भवती बिलक़ीस बानो के साथ गैंगरेप किया गया. उनकी तीन साल की बेटी सालेहा की भी बेरहमी से हत्या कर दी गई.

    उस वक़्त बिलक़ीस क़रीब 20 साल की थीं. इस दंगे में बिलक़ीस बानो की मां, छोटी बहन और अन्य रिश्तेदार समेत 14 लोग मारे गए थे.

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    21 जनवरी, 2008 को मुंबई की एक विशेष सीबीआई अदालत ने बिलकिस बानो के साथ गैंगरेप और परिवार के सात सदस्यों की हत्या के आरोप में 11 अभियुक्तों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. बाद में बॉम्बे हाई कोर्ट ने उनकी सजा को बरकरार रखा था.

    15 साल से अधिक की जेल की सजा काटने के बाद दोषियों में से एक ने समय से पहले रिहाई के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात सरकार को सजा में छूट के मुद्दे पर गौर करने का निर्देश दिया था.

    कोर्ट के निर्देश के बाद गुजरात सरकार ने इस मामले में एक समिति का गठन किया. समिति ने कुछ महीने पहले मामले के सभी 11 दोषियों को रिहा करने के पक्ष में एकमत से फैसला लिया और राज्य सरकार को सिफारिश भेजी गई जिसके बाद रिहाई का आदेश दिया गया.

  2. भोजपुरी के इंतजार कब खतम होई?

    दिनेश लाल यादव

    कहानी का शीर्षक पढ़ कर क्या आपको भी लग रहा है कि हिंदी लिखने में गड़बड़ हो गई है.

    ऐसा बिल्कुल नहीं है.

    ये हेडलाइन भोजपुरी में लिखी गई है जिसकी अपनी कोई अलग लिपि नहीं है.

    दुनिया के 15 से ज़्यादा देशों में ये बोली जाती है जिनमें मॉरीशस, सूरीनाम, फ़िजी, ब्रिटिश गुयाना, त्रिनिदाद एंड टोबैगो, हॉलैंड, नेपाल और दक्षिण अमेरिका के कई द्वीप शामिल हैं.

    भारत में बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में भोजपुरी बोलने वाले लोगों की संख्या बाक़ी राज्यों के मुक़ाबले ज़्यादा है.

    भोजपुरी के इंतजार कब खतम होई?

    दिनेश लाल यादव

    आजमगढ़ के सांसद दिनेश लाल यादव ने संसद के अंदर अपने पहले भाषण में भोजपुरी भाषा को 8वीं अनुसूची में शामिल करने की माँग की है. हालांकि ऐसी माँग करने वाले वो पहले नेता नहीं हैं, लेकिन अब तक ये इंतज़ार जारी है, आख़िर क्यों?

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  3. अफीम पर प्रतिबंध लगाने के लिए क्या कर रहा है तालिबान?

    अफीम

    तालिबान को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर कब्जा किए हुए आज एक साल हो गया है. इस मौके पर ऐसे कई सवाल हैं जिन्हें दुनिया तालिबान से पूछ रही है.

    ऐसा ही एक सवाल अमेरिका के कैलिफोर्निया में रहने वाले 64 साल के ग्रेगरी कैंपबेल हैं जो पूछते हैं कि तालिबान अफीम की खेती पर प्रतिबंध लगाने के लिए क्या कर रहा है?

    तालिबान नेता हिबतुल्लाह अखुंदज़ादा ने हाल ही में अफीम के उत्पादन और ब्रिकी पर प्रतिबंध लगाने का एक आदेश जारी किया है. ऐसा ही एक आदेश पिछले महीने जारी किया गया था.

    इस तरह के फैसलों ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अफगानिस्तान से नशीली दवाओं के अवैध व्यापार को रोकने के बारे में कुछ हद तक आश्वस्त किया है.

    इसके अलावा तालिबान ने हाल के महीनों में अफीम के खेतों को नष्ट करने की घोषणा की है.

    हालांकि अफीम को रोकने के लिए तालिबान के पास कोई साफ तौर पर नीति नहीं है.

    कई सालों से ऐसी खबरें आती रही हैं कि तालिबान ने अफीम और नशीले पदार्थों की बिक्री के जरिए अपने आंदोलन को चलाया है, लेकिन तालिबान इन आरोपों का खंडन करता आया है.

  4. पाकिस्तान छोड़कर आए इन लोगों का दर्द जानिए

    Video content

    Video caption: पाकिस्तान छोड़कर आए इन लोगों का दर्द जानिए

    भारत और पाकिस्तान के बंटवारे के 75 साल हो चुके हैं.

    ऐसे में पाकिस्तान के सिंध प्रांत से जो लोग आए थे, उन्होंने भारत में फिर से कैसे नई शुरुआत की?

    इस वीडियो में कुछ ऐसे ही लोगों से मिलिए, जो अपनी कहानी बता रहे हैं.

  5. अमेरिकी प्रतिबंध के बावजूद रूस की तीन बड़ी ऊर्जा कंपनियों में सऊदी अरब ने किया निवेश

    सऊदी अरब

    सऊदी अरब की सरकारी कंपनी ने रूस की तीन प्रमुख ऊर्जा कंपनियों में बड़ा निवेश किया है.

    समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, अरबपति प्रिंस अलवालीद बिन तलाल के नियंत्रण वाली सऊदी अरब किंगडम होल्डिंग कंपनी ने फरवरी से मार्च महीने के दौरान रूसी कंपनियों में 500 मिलियन डॉलर का निवेश किया है.

    ये जानकारी सऊदी कंपनी की रेगुलेटरी फाइलिंग के बाद सामने आई है. रूस की ये तीनों कंपनियां हैं गज़प्रोम, रोज़्नेफ़्ट और लुकोइल.

    माना जा रहा है कि सऊदी अरब का ये निवेश सस्ती दरों पर हुआ है लेकिन यूक्रेन पर हमले के बाद रूस पर लगी अमेरिकी पाबंदियों के मद्देनज़र इन सौदों को देखा जा रहा है.

    सऊदी अरब

    सऊदी अरब और खाड़ी के दूसरे देशों का अभी तक ये रुख रहा है कि वे यूक्रेन के ख़िलाफ़ रूस की कार्रवाई में तटस्थ हैं. इससे रूस को अलग-थलग करने की नीति पर आगे बढ़ रहे पश्चिमी देशों में निराशा का माहौल भी है.

    सऊदी अरब की सरकारी कंपनी ने फरवरी और मार्च में गज़प्रोम, रोज़्नेफ़्ट और लुकोइल में क्रमश: 365 मिलियन डॉलर, 52 मिलियन डॉलर और 109 मिलियन डॉलर का निवेश किया है.

    सऊदी अरब ने निवेश के लिए अमेरिकी डिपॉजिटरी रिसीप्ट्स का इस्तेमाल किया है. रेगुलेटरी फाइलिंग में सऊदी कंपनी ने निवेश के फ़ैसले की कोई बड़ी वजह नहीं बताई है.

    किंगडम होल्डिंग कंपनी में सऊदी अरब के सॉवरेन वेल्थ फंड की 16.9 फीसदी की हिस्सेदारी है जिसकी कमान क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के हाथों में है.

  6. पीएम मोदी भाषण के बाद जब कलाकारों के बीच पहुंचे

    Video content

    Video caption: पीएम मोदी भाषण के बाद जब कलाकारों के बीच पहुंचे

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल क़िले से भाषण देने के बाद सामने बैठे कलाकारों से जाकर मिले.

    इस मुलाक़ात के दौरान उन्होंने पंजाब और गुजरात के कलाकारों से परफ़ॉर्म करने के लिए कहा.

  7. राष्ट्रीय ध्वज के साथ सेल्फी का क्रेज, पांच करोड़ से ज्यादा तस्वीरें सरकार तक पहुंची

    हर घर तिरंगा

    'हर घर तिरंगा' अभियान की वेबसाइट पर अब तक भारतीय ध्वज के साथ पांच करोड़ से अधिक सेल्फी अपलोड की जा चुकी हैं. ये जानकारी संस्कृति मंत्रालय ने साझा करते हुए इसे शानदार उपलब्धि बताया है.

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 जुलाई को घरों में राष्ट्रीय ध्वज फहराकर या प्रदर्शित करके 'हर घर तिरंगा' आंदोलन में शामिल होने की अपील की थी.

    संस्कृति मंत्रालय ने भी लोगों से अभियान की वेबसाइट पर तिरंगा के साथ सेल्फी या तस्वीरें अपलोड करने की अपील की थी.

    मंत्रालय के मुताबिक वेबसाइट पर शाम चार बजे तक पांच करोड़ की संख्या को पार कर लिया गया था.

    हर घर तिरंगा
  8. 'आज़ादी' पर पाकिस्तान की इन लड़कियों की सुनिए

    Video content

    Video caption: 'आज़ादी' पर पाकिस्तान की इन लड़कियों की सुनिए

    पाकिस्तान की आज़ादी के 75 साल पूरे हो चुके हैं. इन सालों में महिलाओं के लिए पाकिस्तान कितना बदला है?

    क्या यहां की लड़कियां अब आज़ादी से हर जगह अपनी बात रख सकती हैं? क्या अपने मनमुताबिक़ पेशा चुन सकती हैं?

    अलग-अलग प्रोफेशन से आने वाली इन तीन लड़कियों से जानिए कि आख़िर वो पाकिस्तान में आज़ादी को किस तरह से देखती हैं.

  9. स्वतंत्रता दिवस के मौके पर बोले चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना, कहा- न्याय देना सिर्फ अदालतों का काम नहीं

    भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमन्ना

    भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमन्ना ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कहा कि न्याय देना सिर्फ अदालतों का काम नहीं है.

    उन्होंने कहा कि संवैधानिक भरोसे को बनाए रखने के लिए राज्य के तीनों अंग बराबर के हिस्सेदार हैं जिसमें न्यायपालिका, विधायिका और कार्यपालिका शामिल है.

    76वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन ने प्रोग्राम आयोजित किया था जिसमें मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एनवी रमन्ना बोल रहे थे.

    वे 26 अगस्त को रिटायर कर रहे हैं. उनके बाद सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस यूयू ललित देश के मुख्य न्यायाधीश होंगे.

    आंध्र प्रदेश के रहने वाले जस्टिस रमन्ना ने इस मौके पर राष्ट्रीय ध्वज को डिजाइन करने वाले पिंगली वेंकय्या को भी याद किया. उन्होंने भारत में न्यायिक प्रणाली के इतिहास की जानकारी देने वाली किताब 'कोर्ट्स ऑफ इंडिया - पास्ट टू प्रेजेंट' के तेलुगू संस्करण को रिलीज किया.

  10. नेहरू के स्वतंत्रता सेनानी होने को लेकर क्यों मचा बवाल, भिड़े कांग्रेस और बीजेपी

    पंडित जवाहर लाल नेहरू
    Image caption: पंडित जवाहर लाल नेहरू

    भारत के स्वतंत्रता सेनानियों को स्मरण करते हुए कर्नाटक की बीजेपी सरकार ने बीते दिन एक विज्ञापन दिया था जिसे लेकर विवाद शुरू हो गया है और विपक्षी कांग्रेस पार्टी ने इसे लेकर बीजेपी पर हमला बोला है.

    दरअसल, इस विज्ञापन में महात्मा गांधी की तस्वीर से लेकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस, सरदार पटेल, चंद्रशेखर आज़ाद, भगत सिंह समेत तमाम नेताओं की तस्वीर है. लेकिन इसमें पंडित जवाहर लाल नेहरू की तस्वीर नहीं है.

    कर्नाटक सरकार ने भारत-सरकार की मुहिम "हर घर तिरंगा" को लेकर एक विज्ञापन दिया था. यह विज्ञापन 14 अगस्त को समाचार पत्रों में प्रकाशित हुआ था. इसमें ऊपर की तरफ़, अलग से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कर्नाटक के मुख्यमंत्री बोम्मई की भी तस्वीर है.

    कांग्रेस ने इस विज्ञापन की निंदा की है. पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ट्वीट कर सीधे-सीधे कर्नाटक के मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है.

    नेहरू के स्वतंत्रता सेनानी होने को लेकर क्यों मचा बवाल, भिड़े कांग्रेस और बीजेपी

    पंडित जवाहर लाल नेहरू

    भारत के स्वतंत्रता सेनानियों को स्मरण करते हुए कर्नाटक की बीजेपी सरकार ने बीते दिन एक विज्ञापन दिया था. स्वतंत्रता सेनानियों की तस्वीरों वाले इस विज्ञापन को लेकर अब विवाद शुरू हो गया है.

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  11. ब्रेकिंग न्यूज़कर्नाटक: शिमोगा में सावरकर और टीपू सुल्तान के नाम पर हिंसा, एक को चाकू मारा

    इमरान क़ुरैशी

    बेंगलुरु से, बीबीसी हिंदी के लिए

    शिमोगा में प्रदर्शन

    कर्नाटक के शिमोगा शहर में वीर सावरकर और टीपू सुल्तान के फ्लेक्स बोर्ड लगाने को लेकर राजनीति तेज हो गई है, जिसके चलते पुलिस को प्रदर्शनकारियों के खिलाफ लाठीचार्ज करना पड़ा. वहीं चाकू मारने की घटना के बाद पुलिस ने इलाके में धारा 144 लागू कर दी है.

    शनिवार को शिमोगा में उस समय तनाव देखने को मिला जब एक स्थानीय मॉल में वीर सावरकर का फ्लेक्स बोर्ड लगा दिया गया. कुछ लोगों ने इसका विरोध किया जिन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया.

    वहीं आज दोपहर में शहर के बीचोंबीच अमीर अहमद सर्कल पर वीर सावरकर के फ्लेक्स बोर्ड लगाए जाने का विरोध करने के लिए लोग इकट्ठा हुए. कुछ प्रदर्शनकारियों ने सर्कल में छलांग लगाकर बोर्ड को वहां से हटा दिया जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा.

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    इससे अलग एक दूसरा ग्रुप जो टीपू सुल्तान का बोर्ड लगाने की कोशिश में था, जिसे पुलिस ने खदेड़ दिया. वीर सावरकर के फ्लेक्स बोर्ड को लेकर तनाव पैदा हो रहा था जिसके चलते पुलिस उसे हटाकर थाने ले गई जिस पर एक ग्रुप ने आपत्ति जताई.

    विरोध प्रदर्शन के तुरंत बाद एक प्रेम सिंह नाम के एक व्यक्ति को हाथापाई के दौरान चाकू मार दिया गया. प्रेम सिंह वहां महज खड़े हुए थे. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, फिलहाल वे खतरे से बाहर हैं.

    शिमोगा में प्रदर्शन

    एडीजीपी (लॉ एंड ऑर्डर) आलोक कुमार ने बीबीसी हिंदी को बताया कि हमने शिमोगा के साथ साथ भद्रावती में भी धारा 144 लगा दी है.

    शहर के कुछ हिस्सों में अभी भी तनाव बना हुआ है क्योंकि पुलिस बाजार से प्रदर्शनकारियों को हटाने की कोशिश कर रही है. पुलिस लाठीचार्ज के बाद दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर ली हैं.

    इस साल फरवरी से ही कर्नाटक में तनाव बना हुआ है. शुरू में हिजाब विवाद हुआ, उसके बाद एक हिंदू कार्यकर्ता की हत्या हुई जिससे इलाके में काफी तनाव फैला.

  12. 15 अगस्त 2022 का ‘दिनभर: पूरा दिन, पूरी ख़बर’

    सुनिए मोहम्मद शाहिद और मानसी दाश से.

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  13. आज का कार्टून: झंडा लगा रहने दें?

    कार्टून

    महंगाई और स्वतंत्रता दिवस पर आज का कार्टून.

    आज का कार्टून: इतने बड़े नेता कब बनोगे?

    इतने बड़े नेता कब बनोगे?

    ईडी, सीबीआई के छापों पर आज का कार्टून.

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  14. राजस्थान में दलित बच्चे की मौत के बाद कांग्रेस विधायक ने ये कहते हुए दिया इस्तीफ़ा

    पानाचंद मेघवाल

    राजस्थान के जालौर ज़िले में नौ साल के एक दलित बच्चे की मौत के बाद बारां अटरू से कांग्रेस विधायक पानाचंद मेघवाल ने विधायक पद से इस्तीफ़ा दे दिया है.

    मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, "एक मटके का पानी पीने से या एक घोड़ी पर चढ़ने से या मूँछ रखने से किसी समाज का मान सम्मान कम नहीं होता है. जिस तरह से दलित समाज के साथ अत्याचार किया जा रहा है, उन्हें मारा जा रहा है उसे देखते हुए मेरे मन में टीस आई है कि इस तरह के अत्याचारों को सहन नहीं किया जाएगा और जनक्रांति लाने के लिए कोई ना कोई कुर्बानी देनी पड़ेगी और इसलिए मैं अपने विधायक पद से इस्तीफ़ा दे रहा हूँ."

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    क्या है मामला

    जालौर विधानसभा की सायला तहसील के सुराणा गाँव में सरस्वती विद्यालय है. इस निजी विद्यालय की तीसरी कक्षा में ही नौ साल का दलित छात्र इंद्र कुमार मेघवाल पढ़ता था. आरोप है कि विद्यालय के संचालक और शिक्षक छैल सिंह ने 20 जुलाई को तीसरी कक्षा के छात्र इंद्र कुमार मेघवाल की पिटाई कर दी.

    लगभग 40 साल के छैला सिंह की पिटाई से 9 साल के इंद्र कुमार मेघवाल के कान और आंख में चोट आई. परिवार वालों ने इस मामले में पुलिस को जो लिखित शिकायत दी है.

    शिकायत के मुताबिक़, "हमेशा की तरह ही 20 जुलाई को इंद्र कुमार मेघवाल स्कूल गया था. लगभग 11 बजे उसे प्यास लगी तो मटकी से पानी पी लिया. वह नादान था, उसे नहीं पता था कि मटकी सवर्ण जाति के अध्यापक छैल सिह के लिए अलग से रखी हुई थी. छैल सिंह ने छात्र इंद्र कुमार मेघवाल से कहा, नीची जाति का होकर हमारी मटकी से पानी कैसे पिया और पीटा.जिससे उसके दाहिने कान और आंख पर अंदरूनी चोटें आईं."

    इस पिटाई के बाद परिवार ने 23 दिन तक अलग-अलग जगह इंद्र कुमार को इलाज के लिए भर्ती करवाया. लेकिन आराम नहीं मिला. आख़िर में छात्र को गंभीर स्थिति में उदयपुर के अस्पताल से अहमदाबाद ले जाया गया.

    अहमदाबाद में दो दिन भर्ती रहने के बाद इलाज के दौरान इंद्र कुमार ने 13 अगस्त को दम तोड़ दिया. मृतक इंद्र कुमार तीन भाइयों में सबसे छोटा था.

  15. काबुल डायरी: अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान के राज का आँखों देखा हाल

    अफ़ग़ानिस्तान

    "चौदह अगस्त की रात जब हम काबुल के अपने होटल के कमरे में काम कर रहे थे तभी बाहर से गोलियाँ चलने की आवाज़ें आने लगीं, जब हमने जानना चाहा कि बाहर क्या हो रहा है तो हमें बताया गया कि तालिबान अफ़गानिस्तान पर अपने क़ब्ज़े का एक साल पूरा होने की खुशी में हवा में गोलियाँ चला रहे हैं."

    काबुल में मौजूद बीबीसी संवादादाता विनीत खरे से जानिए कि तालिबान के अफ़ग़ानिस्तान में सत्ता में आने के एक साल बाद वहाँ कैसे हैं हालात.

    पूरी कहानी पढ़ने के लिए क्लिक करें

  16. तेजस्वी यादव ने नौकरी के वादे पर बीजेपी को घेरा, तो बचाव में आए सुशील कुमार मोदी

    सुशील मोदी

    बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने नौकरी देने के वादे को लेकर राष्ट्रीय जनता दल पर सवाल उठाए हैं. बिहार में 10 लाख नौकरी देने का वादा पिछले कई दिनों से सुर्ख़ियों में हैं. जब से नीतीश कुमार ने बीजेपी से नाता तोड़कर राष्ट्रीय जनता दल के साथ सरकार बनाई है, तेजस्वी यादव से ये सवाल बार-बार पूछा जा रहा है.

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    दरअसल वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव से पहले तेजस्वी यादव ने अपनी हर चुनावी रैली में 10 लाख नौकरी देने का वादा किया था. हालाँकि उस समय उनकी सरकार नहीं बनी और नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई. आज भारत के स्वतंत्रता दिवस पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि वे बिहार में 10 लाख नौकरी देने पर काम करेंगे. उन्होंने यहाँ तक कहा कि इसे 20 लाख भी किया जा सकता है.

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    बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इस घोषणा को ऐतिहासिक कहा है. लेकिन बीजेपी ने इस पर चुटकी ली है. तेजस्वी यादव ने अपने बयान में बीजेपी पर भी निशाना साधा था और कहा था कि बीजेपी जुमला पार्टी है. तेजस्वी यादव ने कहा- भाजपा के लोग अब मजाक उड़ा रहे हैं कि रेवड़ियाँ बँट रही है, बल्कि हम बिहार में रोजगार देने के वादे को पूरा कर रहे हैं. हमारी वजह से ही आज रोज़गार के मुद्दे पर चर्चा हो रही है. हम ही हैं जो वादा पूरा करेंगे, बीजेपी वादा पूरा नहीं करती.

    तेजस्वी यादव ने बीजेपी को जुमला पार्टी बताते हुए कहा कि उन्होंने लोगों के दो साल बर्बाद कर दिए हैं. उन्होंने कहा कि हमारी घोषणा, बीजेपी की उन घोषणाओं जैसी नहीं है जो उन्होंने लोगों से की थी कि 2 करोड़ रोजगार, 19 लाख नौकरियों मिलेंगी.

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    अब सुशील मोदी ने इस आरोप पर कहा है कि भाजपा ने संसदीय चुनाव से पहले 2 करोड़ लोगों को रोज़गार देने का वादा किया था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार रेलवे, सड़क, हवाई अड्डा और बंदरगाह जैसे ढांचागत निर्माण पर लाखों करोड़ रुपए ख़र्च कर हर साल 2 करोड़ से ज़्यादा लोगों को रोज़गार दे भी रही है.

    उन्होंने कहा- हमने सरकारी नौकरी नहीं, रोज़गार का वादा किया था और उसे पूरा कर रहे हैं. दूसरी तरफ जिन्होंने बिहार में महागठबंधन सरकार बनने पर पहली कलम से 10 लाख सरकारी नौकरी देने का वादा किया था, वे पहली कैबिनेट के बाद अपने वादे से मुँह चुरा रहे हैं. सुशील कुमार मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने रोजगार सृजन के साथ तीन साल में 7.70 लाख लोगों को सरकारी नौकरी भी दी. अगले 18 महीनों में 10.5 लाख लोगों को नौकरी मिलना तय है.

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    उन्होंने कहा कि मुद्रा योजना के तहत 10 लाख रुपए तक ऋण 35.94 करोड़ लोगों को दिया गया. क्या इससे रोजगार पैदा नहीं हुए? सरकार उत्पादकता आधारित प्रोत्साहन योजना ( पीएलआइ) पर 1.97 लाख करोड़ रुपए ख़र्च कर रही है, जिससे 60 लाख रोज़गार सृजित होंगे. सुशील मोदी ने कहा- इसके साथ ही मनरेगा, पीएम रोजगार सृजन योजना जैसे 2 दर्जन से ज़्यादा कार्यक्रम लागू किए जा रहे हैं. केंद्र सरकार के चौतरफ़ा प्रयास से देश में बेरोज़गारी दर 6 फ़ीसदी से घट कर 4.2 फ़ीसदी पर आई. हमने रोज़गार का वादा बख़ूबी निभाया. अब राजद 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने के वादे से मुकरने की बहानेबाज़ी से बाज आए.

  17. आंग सान सू ची को भ्रष्टाचार के चार मामलों में 6 साल की सज़ा

    आंग सान सू ची

    म्यांमार की एक अदालत ने आंग सान सू ची को भ्रष्टाचार के चार मामलों में दोषी पाए जाने के बाद सोमवार को छह साल की सज़ा सुनाई है.

    आंग सान सू ची को कलावांग वन भूमि से जुड़े 3 भ्रष्टाचार के मामले में तीन साल की सज़ा हुई है.

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    इसके अलावा एक बिल्डिंग प्लॉट से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में उन्हें तीन साल की सज़ा सुनाई गई है. इस तरह उन्हें कुल मिलाकर छह साल की सज़ा हुई है.

    15 अगस्त को ताव जेल की विशेष अदालत ने ये आदेश पारित किया है.

    77 साल की नोबेल पुरस्कार विजेता आंग सान सू ची को पहले ही 6 मामलों में 11 साल की सज़ा सुनाई गई थी.

  18. जम्मू-कश्मीर के गाँवों में बढ़ेगी पहरेदारी, विलेज डिफेंस गार्ड्स को मिली मंज़ूरी

    पाकिस्तान

    केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने जम्मू कश्मीर में विलेज डिफेंस गार्ड्स स्कीम (वीडीजीएस) का आदेश जारी करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को शुक्रिया कहा है.

    ये योजना 15 अगस्त 2022 से लागू होगी. इस योजना का मकसद गाँवों में सुरक्षा को मज़बूत करना है.

    समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक़ मार्च महीने में इस योजना को गृह मंत्रालय ने अपनी मंज़ूरी दी थी.

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    ग्राम रक्षा समूहों के सदस्यों को ग्राम रक्षा गार्ड का नाम दिया जाएगा. इस समूह का सदस्य बनने वाले व्यक्ति को वेतन भी दिया जाएगा.

    आदेश के मुताबिक़ विलेज डिफेंस ग्रुप संबंधित ज़िले के एसपी और एसएसपी के निर्देश पर काम करेंगे.

    इससे पहले भी सीमावर्ती इलाक़ों में सुरक्षा व्यवस्था को मज़बूत करने के लिए विलेज गार्ड की योजना लाई गई है. इस योजना में सेना और पुलिस से रिटायर्ड जवानों को भर्ती किया जाता है.

  19. ब्रिटेन ने कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट को निशाना बनाने वाली वैक्सीन को दी मंज़ूरी

    वैक्सीन

    ब्रिटेन एक ऐसी वैक्सीन को मंज़ूरी देने वाला पहला देश बन गया है, जो मूल कोविड वायरस और नए ओमिक्रॉन वेरिएंट से निपटने में कारगर है.

    मॉडर्ना की ये वैक्सीन एक बूस्टर डोज की तरह लगेगी. वैक्सीन निर्माता कंपनी मॉडर्ना का कहना है कि वो इस साल 2.9 करोड़ डोज़ की सप्लाई कर सकती है.

    ये वैक्सीन किस आयु वर्ग के लोगों को लगेगी, इसकी घोषणा होनी अभी बाक़ी है.

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    50 साल से अधिक उम्र के व्यक्तियों और जोखिम वाले समूह के लोगों को अगले महीने से बूस्टर डोज़ लगाई जाएगी.

    कोरोना वैक्सीन जब बनी तब वह चीन के वुहान से निकले वायरस के पहले वेरिएंट से ही लड़ने में सक्षम थी. समय के साथ कोरोना के नए वेरिएंट सामने आए और पुरानी वैक्सीन कारगार नहीं रही.

    अब इस नई वैक्सीन को कोरोना के नए वेरिएंट से लड़ने के लिए तैयार किया गया है.

  20. '15 अगस्त 1947 को पैदा हुई राखी ने पूरी ज़िंदगी आज़ादी से जी है'

    राखी और शाहरुख़ ख़ान

    'जीवन मृत्यु', 'शर्मीली', 'दाग़', 'ब्लैकमेल', 'कभी-कभी', 'तपस्या', 'दूसरा आदमी', 'मुकद्दर का सिकंदर', 'बसेरा', 'शक्ति' और 'करण-अर्जुन' जैसी कितनी ही फ़िल्में राखी के खाते में हैं, आज राखी का 75वां जन्मदिन है.

    सन 1970 से 2000 तक के 30 बरसों में शानदार अभिनय से फ़िल्म संसार में अपनी अलग पहचान बनाने वाली राखी मुंबई से दूर एक फ़ार्म हाउस में एकाकी जीवन जी रही हैं.

    राखी एक किसान की तरह रहती हैं. सब्ज़ियां उगाती हैं, बागवानी करती हैं. उनके इस फ़ार्म हाउस में कितने ही किस्म के कुत्ते और बिल्लियों के साथ बहुत से जानवर रहते हैं जिन्हें वह अपने हाथों से खिलाती-पिलाती भी हैं और नहलाती-धुलाती भी.

    राखी के बारे में यह बात बहुत कम लोग जानते हैं कि स्टार रहते हुए भी वह अपने सभी काम खुद करती रहीं. चाहे घर के कामकाज की निगरानी हो या क़ानूनी मसले या इनकम टैक्स जमा कराना हो. यहाँ तक कि राखी ने कभी अपने लिए प्रचार एजेंट नहीं रखा.

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    राखी

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